फिल्म ठाकरे की समीक्षा

बाल ठाकरे के जीवन नहीं राजनीतिक जीवन की तस्वीर राजीव रंजन कलाकार: नवाजुद्दीन सिद्दीकी , अमृता राव , राजेश खेड़ा निर्देशक: अभिजीत पनसे निर्माता: संजय राऊत दो स्टार ( 2 स्टार) सबसे पहली बात ‘ ठाकरे ’ को बायोपिक कहना पूरी तरह सही नहीं होगा , क्योंकि यह फिल्म बाल केशव ठाकरे उर्फ बालासाहेब ठाकरे के जीवन का नहीं , उनके राजनीतिक जीवन की कहानी कहती है। दूसरी बात , फिल्म के उद्देश्य और संदेश का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यह बाल ठाकरे के सियासी सफर का चित्रण है और इसका निर्माण संजय राउत ने किया है , जो शिवसेना के सांसद व पार्टी के मुखपत्र ‘ सामना ’ के संपादक हैं। आप भले ही बाल ठाकरे की राजनीतिक शैली और उनके राजनैतिक विचारों के विरोधी हों , लेकिन इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि उन्होंने अपने दौर की राजनीति पर गहरी छाप छोड़ी है। उनके विचारों और कार्यशैली में हमेशा एक स्पष्टता रहती थी। चाहे वह लोकतंत्र के प्रति उनका व्यंग्य भाव और तानाशाही तौर-तरीकों के प्रति लगाव हो , या फिर आपराधिक तत्त्वों को अपनी ...