हर साल बढ़ रहा बॉलीवुड का बाजार

हर साल बढ़ रहा बॉलीवुड का बाजार

भारत में हर साल 20 से ज्यादा भाषाओं में 1,500 से ज्यादा फिल्में बनती हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में भारत के लोग देखते हैं। 2019 में भारत में 200 करोड़ से ज्यादा टिकटों की बिक्री हुई। कैसा रहा यह साल बॉलीवुड के लिए, बता रहे हैं राजीव रंजन

अगर फिल्मों की संख्या के लिहाज से देखें, तो भारतीय फिल्म उद्योग दुनिया में सबसे बड़ा है। भारत में हर साल 20 से ज्यादा भाषाओं में 1,500 से ज्यादा फिल्में बनती हैं। 2018 में भारत में 1,800 से ज्यादा फिल्मों का निर्माण हुआ। दुनिया में सबसे ज्यादा फिल्में भारत के लोग देखते हैं। पिछले साल 210 करोड़ से ज्यादा टिकटों की बिक्री हुई भारत में। वित्तीय वर्ष 2018 में भारतीय फिल्म उद्योग 15,890 करोड़ रुपये का था, जबकि वित्तीय वर्ष 2017 में यह आंकड़ा 14,500 रुपये था। अभी भारतीय फिल्म उद्योग का बाजार करीब 17,500 करोड़ रुपये है। 2020 के अंत तक इसके 23,800 करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान है। यह उद्योग 10 प्रतिशत से ज्यादा सालाना चक्रवृद्धि दर से बढ़ रहा है। उम्मीद है कि निकट भविष्य में यह वृद्धि दर 11.9 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी। भारतीय फिल्म उद्योग के कुल राजस्व में बॉलीवुड यानी हिंदी फिल्मों की हिस्सेदारी करीब 45 प्रतिशत है। 2017 में बॉलीवुड ने (डब हिंदी फिल्मों सहित) करीब 2,700 करोड़ रुपये की कमाई की थी, जबकि 2018 में कमाई का यह आंकड़ा 3,300 करोड़ रुपये से ज्यादा का था। इस वर्ष बॉलीवुड ने पहली तीन तिमाही यानी सितंबर तक ही यह आंकड़ा पार कर लिया। पहले 9 महीनों में बॉलीवुड ने 3,700 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाए हैं। ये आंकड़े थियेटरों से हुई कमाई के हैं। इनमें सेटेलाइट राइट, डिजीटल राइट और म्यूजिक राइट से हुई कमाई शामिल नहीं है।
जाहिर है, बॉलीवुड कमाई के मामले में हर साल आगे बढ़ रहा है। टिकटों की बिक्री बढ़ रही है। यह वर्ष भी बॉलीवुड के लिए पिछले साल से भी अच्छा रहा। पिछले साल के मुकाबले इस साल ज्यादा फिल्मों ने ‘100 करोड़ी क्लब’ में जगह बनाई। इस वर्ष 17 हिंदी फिल्मों ने 100 करोड़ रुपये या उससे ज्यादा का कारोबार किया, जबकि पिछले साल यह संख्या 12 थी। इस वर्ष ‘200 करोड़ी क्लब’ में जगह बनाने वाली फिल्मों की संख्या भी पिछले साल के मुकाबले ज्यादा रही। पिछले साल केवल ‘सिम्बा’ 200 करोड़ी क्लब में पहुंची थी, इस वर्ष अब तक पांच फिल्मों ने इस क्लब में जगह बनाई है। दिसंबर के तीसरे हफ्ते में रिलीज हुई सलमान की ‘दबंग 3’ और चौथे हफ्ते में रिलीज हुई अक्षय कुमार की ‘गुड न्यूज’ का प्रदर्शन भी अच्छा रहा है। ‘दबंग 3’ ने जहां अभी तक 150 करोड़ रुपये कमाए हैं, वहीं ‘गुड न्यूज’ पहले तीन दिनों में करीब 65 रुपये की कमाई की। पिछले साल दो फिल्मों- ‘संजू’ और ‘पद्मावत’ ने 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार किया था। इस वर्ष भी दो फिल्मों ने ‘300 करोड़ी क्लब’ में जगह बनाई, हालांकि इसमें बॉलीवुड से केवल ‘वॉर’ ही ऐसा कर पाने में सफल रही। दूसरी फिल्म ‘एवेंजर्स: एंडगेम’ हॉलीवुड की थी। बॉलीवुड फिल्में अंतरराष्ट्रीय सर्किट में भी अच्छा कारोबार कर रही हैं। चीन में कई हिंदी फिल्मों ने काफी अच्छा कारोबार किया है।

अक्षय कुमार बॉलीवुड के ‘मैन ऑफ द ईयर’

खिलाड़ी कुमार अब बॉलीवुड के सबसे भरोसेमंद सितारों में शामिल हो गए हैं। उन्हें ‘बॉलीवुड का राहुल द्रविड़’ कह सकते हैं। इस साल उनकी फिल्मों ने बॉलीवुड की झोली में 600 करोड़ रुपये डाले हैं। पहले ‘केसरी’ ने 153 करोड़ रुपये का कारोबार कर अक्षय की सबसे कमाऊ फिल्म होने का तमगा हासिल किया। फिर इसके बाद आई ‘मिशन मंगल’ अक्षय की पहली 200 करोड़ी फिल्म बनी और उसके बाद आई ‘हाउसफुल 4’ ने भी 200 करोड़ से ज्यादा का कारोबार किया और उनकी अब तक की सबसे सफल फिल्म बन गई है। ‘गुड न्यूज’ ने भी शानदार शुरुआत की है और पहले वीकेंड में करीब 65 करोड़ रुपये कमाए हैं। वह भी उस स्थिति में जब, सलमान की ‘दबंग 3’ भी थियेटरों में चल रही थी। अक्षय ने फिल्मों के चयन में बहुत अच्छा संतुलन बनाया है। एक तरफ वह सामाजिक संदेश वाली फिल्में कर रहे हैं, तो दूसरी ओर देशभक्ति फिल्में भी कर रहे हैं। साथ ही, मसाला मनोरंजन को भी वह साध कर चल रहे हैं।

‘ऊरी’ और ‘ कबीर सिंह’ ने चौंकाया

इस साल की शुरुआत बॉलीवुड के लिए शानदार और अप्रत्याशित रही। 11 जनवरी को रिलीज हुई ‘ऊरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ ने फिल्मी पंडितों को चौंका दिया। छोटे बजट और बेहद साधारण स्टारकास्ट वाली तथा पहली बार निर्देशक बने आदित्य धर की इस फिल्म से किसी को ज्यादा उम्मीदें नहीं थीं, लेकिन फिल्म ने मौखिक प्रचार की बदौलत साल की पहली ‘दौ सौ करोड़ी’ फिल्म होने का तमगा हासिल किया। यह भारत की सबसे ज्यादा कलेक्शन वाली फिल्मों में 12वें स्थान पर है। बतौर एकल हीरो, यह विक्की कौशल की अब तक की सबसे बड़ी हिट है। यह साल की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली फिल्म भी साबित हुई।
वहीं तेलुगु फिल्म ‘अर्जुन रेड्डी’ (2017) के रीमेक ‘कबीर सिंह’ की जबरदस्त सफलता भी कम हैरतअंगेज रही। अपने मुख्य किरदार की नकारात्मकता और आलोचकों द्वारा स्त्री विरोधी फिल्म के रूप में चित्रित किए जाने के बावजूद यह दर्शकों द्वारा हाथोंहाथ ली गई। बतौर एकल हीरो, यह शाहिद कपूर की अब तक की सबसे बड़ी फिल्म है। यह भारत की अब तक की सबसे ज्यादा कलेक्शन वाली ‘टॉप 11’ फिल्मों में है।

फिल्मकारों और दर्शकों के दुलारे आयुष्मान खुराना 


आयुष्मान खुराना की सफलता का दौर जारी है। पिछले तीन वर्षों में वह सफलता की गारंटी बन गए हैं। निर्माताओं के लिए उनका नाम मुनाफे का पर्यायवाची बन गया है। इस साल की 10 सबसे मुनाफे वाली फिल्मों पर गौर करें, तो उसमें तीन फिल्में- ‘ड्रीम गर्ल’, ‘बाला’ और ‘आर्टिकल 15’ उनकी ही हैं। आयुष्मान के फिल्मों का चयन बहुत अच्छा है। वह मध्यम बजट वाली ऐसी फिल्में कर रहे हैं, जिनमें संदेश तो है ही, मनोरंजन की भी कमी नहीं है, इसलिए वह दर्शकों के चहेते बने हुए हैं।

बॉलीवुड के नए स्टार कार्तिक आर्यन और विक्की कौशल

पिछले साल ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ ने कार्तिक आर्यन को पुख्ता पहचान दी, तो इस साल ‘लुका छुपी’ ने उन्हें स्टार के रूप में स्थापित कर दिया। कुछ दिनों पहले रिलीज हुई ‘पति पत्नी और वो’ ने तो उनके स्टारडम को और मजबूत कर दिया है। आज वह बड़े निर्माता-निर्देशकों की प्राथमिकता सूची में बहुत ऊपर हैं। 
वहीं विक्की कौशल ने भी ‘ऊरी’ से साबित किया कि वह केवल साइड हीरो के लिए ही फिट नहीं है, बल्कि अपने दम पर भी फिल्म चला सकते हैं, अगर स्क्रिप्ट में दम हो। स्वतंत्रता सेनानी सरदार उधम सिंह पर आधारित उनकी फिल्म 2020 में आने वाली है। वहीं फील्ड मार्शल मानेकशॉ पर आधारित उनकी फिल्म 2021 में आएगी।

हॉलीवुड ने भारतीयों को बनाया अपना मुरीद

इस साल भारत में सबसे बड़ी हिट कोई भारतीय फिल्म नहीं, बल्कि हॉलीवुड फिल्म ‘एवेंजर्स: एंडगेम’ है। मार्वल स्टूडियों की एवेंजर्स सीरीज की इस आखिरी फिल्म ने भारत में 365 करोड़ रुपये की कमाई की। इस फिल्म ने जेम्स कैमरून द्वारा निर्देशित ‘अवतार’ को पीछे छोड़ते हुए पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म होने की उपलब्धि भी हासिल की। वहीं भारत में इससे ज्यादा कमाई करने वाली केवल दो फिल्में- आमिर खान की ‘दंगल’ (387 करोड़) और प्रभास की ‘बाहुबली 2’ (511 करोड़) ही हैं। ‘द लॉयन किंग’ ने भी भारत में 150 करोड़ करोड़ रुपये का कारोबार किया। इस साल हॉलीवुड फिल्मों ने भारतीय दर्शकों को खूब आकर्षित। ‘जुमांजी: द नेक्स्ट लेवल’, ‘जोकर’, ‘फास्ट एंड फ्यूरियस: हॉब्स एंड शॉ’, ‘स्पाइडरमैन फार फ्रॉम होम’, ‘कैप्टन मार्वल’, ‘अलादीन’ ने भारत में काफी अच्छा कारोबार किया। शानदार तकनीक, ग्राफिक्स और एक्शन से सजी हॉलीवुड फिल्में भारतीय दर्शकों को अपना मुरीद बना रही हैं। ‘एवेंजर्स: एंडगेम’ को लेकर तो भारतीय दर्शकों में गजब की उत्सुकता थी। हॉलीवुड के फिल्मकार भी इस बात को समझ गए हैं, लिहाजा वे अपनी फिल्में कई भारतीय भाषाओं में डब कर रिलीज कर रहे हैं और कई हॉलीवुड फिल्में तो अमेरिका से पहले भारत में रिलीज की जा रही हैं।

आने वाला साल भी होगा धमाकेदार

अगला साल भी बॉलीवुड के लिए धमाकेदार रहने की पूरी उम्मीद है। कई बड़ी और चर्चित फिल्में रिलीज होने वाली हैं। इसकी शुरुआत जनवरी से ही हो जाएगी। एसिड सर्वाइवर लक्ष्मी की जिंदगी पर आधारित दीपिका पादुकोण की ‘छपाक’ 10 जनवरी को रिलीज होने वाली है। वहीं शिवाजी महाराज के विश्वस्त सहयोगी तानाजी पर आधारित अजय देवगन की ‘तानाजी’ भी 10 जनवरी को ही रिलीज होने वाली है। वरुण धवन और श्रद्धा कपूर की रेमो डीसूजा द्वारा निर्देशित ‘स्ट्रीट डांसर 3डी’ 24 जनवरी को रिलीज होने वाली है। इरफान खान की ‘अंग्रेजी मीडियम’ भी इसी साल मार्च में आएगी। बीमारी के बाद इरफान पहली बार इसी फिल्म में दिखेंगे, लिहाजा इस फिल्म को लेकर दर्शकों में काफी उत्सुकता है। टाइगर श्रॉफ की ‘बागी 3’ भी मार्च में ही आएगी। अक्षय कुमार की ‘बच्चन पांडेय’ और ‘लक्ष्मी बॉम्ब’ भी इसी साल रिलीज होगी। अमिताभ बच्चन, रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की ‘ब्रह्मास्त्र’, अमिताभ और आयुष्मान की ‘गुलाबो सिताबो’, अमिताभ और इमरान हाशमी की ‘चेहरे’ भी इसी साल रिलीज होने वाली है। रणवीर सिंह की ‘जयेश भाई जोरदार’, हृतिक रोशन की ‘कृष 4’ और ‘रैम्बो’, आमिर खान की ‘लाल सिंह चड्ढा’, अजय देवगन की ‘मैदान’, जो बायोपिक है, इसी साल आने वाली है। साइना नेहवाल पर आधारित परिणीति चोपड़ा की फिल्म और गणितज्ञ शंकुतला देवी की बायोपिक, जिसमें विद्या बालन हैं, वह भी इसी साल आएगी। इसके अलावा भी कई और बड़ी फिल्में इस साल रिलीज होंगी।

साल के चर्चित अफेयर

अर्जुन कपूर की फिल्मों ने तो कोई कमाल नहीं किया, लेकिन मलाइका अरोड़ा के साथ उनके अफेयर ने इस साल लोगों का सबसे ज्यादा ध्यान खींचा है। खबर है कि दोनों जल्दी ही शादी करने वाले हैं। वहीं रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की शादी की खबरें भी खूब चर्चा में रहीं। श्रद्धा कपूर से अलग होने के बाद फरहान अख्तर अब शिबानी दांडेकर के साथ अपने रिश्ते को लेकर चर्चा में हैं। वहीं वरुण धवन ने नताशा दलाल के साथ अपने रिश्ते की पुष्टि करण जौहर के शो में आखिरकार कर ही दी। दोनों 2020 में शादी के बंधन में बंध सकते हैं। वहीं अर्जुन रामपाल ने भी गैब्रिएला के साथ अपने रिश्ते की आधिकारिक रूप से घोषणा कर दी।

2019 की टॉप 15 फिल्में

क्रम फिल्म कलेक्शन (करोड़ रुपये में)

1. वॉर 318.00
2. कबीर सिंह 278.24
3. ऊरी- द सर्जिकल स्ट्राइक 244.06
4. भारत 209.36
5. हाउसफुल 4 206.00
6. मिशन मंगल 200.16
7. टोटल धमाल 154.30
8. केसरी 153.00
9. छिछोरे 150.36
10. साहो (हिंदी संस्करण) 149.00
11. सुपर 30 146.10
12. ड्रीम गर्ल 139.70
13. गली बॉय 139.38
14. दबंग 133.55
15. बाला 116.38

इस साल की सर्वाधिक मुनाफा कमाने वाली फिल्में

क्रम फिल्म कलेक्शन (करोड़ रुपये में)         मुनाफा 

1. ऊरी- द सर्जिकल स्ट्राइक 244.06 876.24 %
2. ड्रीम गर्ल 139.70 365.66 %
3. कबीर सिंह 278.24 363.73 %
4. मिशन मंगल 200.16 344.80 %
5. द ताशकंद फाइल्स 16.75 318.75 %
6. बदला 88.02 300.09 %
7. लुका छुपी 94.15 276.60 %
8. बाला 116.38 232.51 %
9. गली बॉय 139.38 178.76 %
10. आर्टिकल 15 63.05 152.20 %

(स्रोत: कोईमोई.कॉम)

बॉलीवुड के सामने नई चुनौती वेबसिरीज 

कुछ दशक पहले पाइरेसी ने बॉलीवुड को खासा नुकसान पहुंचाया था। अब फिल्मों के ऑनलाइन लीक होने की चुनौती बहुत बढ़ गई है। लेकिन बॉलीवुड को जिस चीज से सबसे ज्यादा चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, वह है ओटीटी प्लेटफॉर्म यानी डिजीटल और ऑनलाइन माध्यमों से परोसा जाने वाला मनोरंजन। नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, जी5, अल्ट बालाजी, हॉटस्टार, विऊ, मैक्स प्लेयर आदि का नाम अब भारतीय दर्शकों के लिए अनजाने नहीं है। और सबसे बड़ी बात, इनके लिए दर्शकों को कहीं जाना नहीं है, ये उनके हाथ में हमेशा रहने वाले स्मार्टफोन पर चौबीसों घंटे साथ हैं। 2021 तक ओटीटी के ग्राहकों की संख्या तीन से साढ़े तीन करोड़ तक पहुंच जाएगी। इन प्लेटफॉर्म पर दुनिया भर की फिल्में, वेबसीरीज, टीवी शो और अथाह मनोरंजन उपलब्ध है। पिछले साल अमेजन प्राइम वीडियो पर आई आर. माधवन और अमित साध की वेब सीरीज ‘ब्रीद’ काफी चर्चित रही थी, जिसका दूसरा सीजन भी आने वाला है।
नेटफ्लिक्स पर सैफ अली खान, नवाजुद्दीन सिद्दीकी की ‘सेक्रेड गेम्स’ के दो सीजन आ चुके हैं, तो प्राइम वीडियो पर ‘मिर्जापुर’ का दूसरा सीजन जल्दी ही आने वाला है। आईपीएल पर आधारित ‘इनसाइड एज’ के दो सीजन आ गए हैं और काफी पसंद भी किए गए हैं। इसकी मार्केटिंग भी बहुत बड़े स्तर पर की गई। सार्वजनिक स्थानों पर इन वेब सीरीज के बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं। लोग इनका इंतजार बेसब्री से कर रहे हैं। आज इनमें बॉलीवुड के बड़े-बड़े सितारे काम कर रहे हैं। आने वाले समय में वेब सीरीज का बाजार बहुत बड़ा होने वाला है।

बढ़ानी होगी स्क्रीन की संख्या

बॉलीवुड के सामने एक बड़ी चुनौती है कम स्क्रीन की उपलब्धता। इससे फिल्मों को थियेटर पर्याप्त संख्या में नहीं मिल पाते। कई बार इसकी वजह से विवाद भी हो जाते हैं। नवंबर, 2012 में अजय देवगन की ‘सन ऑफ सरदार’ और यशराज की शाहरुख स्टारर ‘जब तक है जान’ एक ही दिन रिलीज हुई थी। स्क्रीन की संख्या को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि अजय देवगन को अदालत की शरण में जाना पड़ा। स्क्रीन को लेकर विवाद ‘बाजीराव मस्तानी’ और ‘दिलवाले’ के समय भी हुआ। दोनों फिल्में 18 दिसंबर, 2015 को रिलीज हुई थीं। एक बार फिर ऐसा विवाद हृतिक रोशन की ‘काबिल’ और शाहरुख खान की ‘रईस’ के बीच हुआ, जो 25 जनवरी, 2017 को रिलीज हुई थीं। इस तरह के विवाद उस समय होते हैं, जब दो बड़ी फिल्में एक ही दिन रिलीज होती हैं। कम स्क्रीन की वजह से दोनों फिल्मों को नुकसान होता है। चीन में 60,000 स्क्रीन हैं और वहां भारतीय फिल्में छह से सात हजार स्क्रीन पर रिलीज होती हैं, वहीं भारत में किसी भी फिल्म को आज तक 5,000 से ज्यादा स्क्रीन नहीं मिली हैं। यह आंकड़ा भी ‘बाहुबली’ जैसी अखिल भारतीय फिल्मों के लिए ही है। हिन्दी फिल्मों को तो एकल रिलीज पर भी 3,500 स्क्रीन मिल जाए, तो बड़ी बात है। अभी भारत में महज 9,600 स्क्रीन हैं, जिसमें 2,950 मल्टीप्लेक्स की स्क्रीन हैं। बॉलीवुड को अपने कारोबार को और ऊंचे स्तर पर ले जाना है, तो स्क्रीन की संख्या बढ़ानी ही होगी।

हॉलीवुड फिल्मों का अहम बाजार बन रहा भारत 

अपने शानदार ग्राफिक्स, एक्शन, तकनीक और बजट की वजह से हॉलीवुड फिल्में भी हिंदी फिल्मों के सामने कड़ी चुनौती पेश कर रही हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है, ‘एवेंजर्स एंडगेम’, जिसने इस साल किसी भी हिंदी फिल्म से ज्यादा कारोबार किया। पिछले दिनों हॉलीवुड की ‘जुमांजी- नेक्स्ट लेवल’ के साथ दो हिंदी फिल्में रिलीज हुई थीं- ‘मर्दानी 2’ और ‘द बॉडी’, इनमें सबसे ज्यादा कमाई अभी तक जुमांजी ने ही की है। हॉलीवुड की चुनौती का सामना करने के लिए बॉलीवुड को स्क्रिप्ट और तकनीक पर बहुत मेहनत करनी पड़ेगी। वैसे तकनीक और एक्शन के मामले में भारतीय सिनेमा ने काफी तरक्की की भी है।

दो दशक में काफी बदला है बॉलीवुड

अगर पिछले दो दशक पर नजर डालें, तो बॉलीवुड में काफी बदलाव आया है। अब वैसे विषयों पर फिल्में बन रही हैं, जो पहले वर्जित माने जाते थे। विवाहेत्तर संबंधों, यौन मुद्दों, एलजीबीटी विषयों पर फिल्में बनाने में अब बॉलीवुड हिचक नहीं रहा है। इसके अलावा कंटेंट को लेकर भी विविधता आई है। ‘लंच बॉक्स’, ‘न्यूटन’, ‘लिपस्टिक इन माई बुर्का’ जैसी फिल्में, जिन्हें शायद दो दशक पहले कोई जानता भी नहीं, हिट हो रही हैं। छोटी बजट की फिल्मों को अच्छी संख्या में दर्शक मिल रहे हैं। इसके अलावा अच्छे कंटेंट ने स्टार सिस्टम को भी चुनौती दी है। राजकुमार राव, विक्की कौशल, नवाजुद्दीन सिद्दीकी, इरफान खान, संजय मिश्रा, पंकज त्रिपाठी जैसे कलाकार, जिनमें परंपरागत हीरो वाली कोई बात नहीं है, आज दर्शकों के दिलों में जगह बनाने में सफल हुए हैं। स्त्री मुद्दे और मुख्य स्त्री किरदारों वाली फिल्में भी दर्शकों के दिल में जगह बना रही हैं। विद्या बालन, कंगना रनोट, तापसी पन्नू, दीपिका पादुकोण, आलिया भट्ट के लिए फिल्में लिखी जा रही हैं।

मल्टीप्लेक्स ने बदल दिया सिनेमा देखने का अनुभव

1997 में अजय बिजली ने ‘विलेज रोडशो’ के साथ मिलकर ‘पीवीआर’ की नींव डाली थी और मल्टीप्लेक्स की शुरुआत की थी, तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि मल्टीप्लेक्स सिनेमा मनोरंजन की तस्वीर बदल देंगे। आज देश में पीवीआर के 821 स्क्रीन हैं। देश में 9,600 स्क्रीन हैं, जिसमें 2,950 मल्टीप्लेक्स हैं। हालांकि अभी करीब सात हजार सिंगल स्क्रीन थियेटर बचे हैं, लेकिन वे तेजी से कम हो रहे हैं। छोटे-छोटे शहरों में भी मल्टीप्लेक्स खुल रहे हैं। स्क्रीन में मल्टीप्लेक्स की हिस्सेदारी अभी करीब 30 प्रतिशत है, लेकिन कमाई में उनकी हिस्सेदारी 50 प्रतिशत है। मल्टीप्लेक्स के अन्य प्रमुख खिलाड़ी हैं ‘आईनॉक्स’ (598 स्क्रीन), ‘कार्निवल’ (470 स्क्रीन), ‘सिनेपोलिस’ (360 स्क्रीन) और ‘मिराज’ (124 स्क्रीन), इनके अलावा कई और खिलाड़ी इस मैदान में हैं।

शानदार वीएफएक्स और एक्शन

तकनीक और एक्शन के मामले में भी भारतीय फिल्मों ने काफी तरक्की की है। कम बजट में विश्वस्तरीय एक्शन भारतीय फिल्मों में देखा जा सकता है। ‘कमांडो’, ‘बागी’, ‘वॉर’ जैसी फिल्मों का एक्शन वाकई काबिले-तारीफ है। ‘बागी सिरीज’, ‘कमांडो’ और ‘वॉर’ जैसी कई फिल्में तो एक्शन के दम पर ही हिट हो गईं। भारतीय फिल्मकार हॉलीवुड के स्टंट निर्देशकों की सेवाएं ले रहे हैं। ‘2.0’, ‘वॉर’ आदि कई फिल्मों के वीएफएक्स (विजुअल इफेक्ट्स) भी विश्वस्तरीय हैं। भारत की वीएफएक्स कंपनियां विदेशी फिल्मों के लिए भी विजुअल इफेक्ट्स तैयार कर रही हैं।

गीत-संगीत में गिरावट 

एक चीज, जिसमें सबसे ज्यादा गिरावट आई है, वह है हिंदी फिल्मों का संगीत। पहले की कई फिल्में हैं, जो भले फ्लॉप हो गईं, लेकिन उनका संगीत लोगों को याद रह गया। आज बड़ी से बड़ी हिट फिल्म के गाने भी लोगों को याद नहीं रहते। फिल्म थियेटर से उतरती है और और लोगों के दिल से उसके गाने भी उतर जाते हैं। बहुत कम गाने ऐसे बन रहे हैं, जिन्हें लंबे समय तक याद रखा जा सके।

(हिन्दुस्तान में 25 दिसंबर, 2019 को संपादित अंश प्रकाशित)

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