वेब सिरीज ‘अवरोध की समीक्षा’

भारतीय सैनिकों के शौर्य की गौरव गाथा

राजीव रंजन

निर्देशक : राज आचार्य

कलाकार: अमित साधदर्शन कुमारमधुरिमा तुलीनीरज काबीविक्रम गोखलेअनिल जॉर्जअनंत महादेवनआरिफ जकारियामीर सरवर

तीन स्टार

वर्ष 2016 में 29 सितंबर को भारत-पाक नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय सेना ने पाक आतंकवादी ठिकानों को नेस्तनाबूद करके एक इतिहास की रचना की थी। सेना के उस शौर्य पर पिछले साल एक अच्छी व सफल  फिल्म बनी थी उरी- द सर्जिकल स्ट्राइक’, अब उसी गौरवपूर्ण घटना पर एक वेब सिरीज आई है अवरोध: द सीज विदीन’, जो सोनी लिव पर प्रसारित हो रही है।

इस सिरीज में उरी में सेना कैम्प पर हुए आतंकी हमले के बाद सेना द्वारा नियंत्रण रेखा के पार की गई कार्रवाई को ही नहीं दिखाया गया हैबल्कि सत्ता के गलियारों में किसी निर्णय को लेकर होने वाली मैराथन प्रक्रिया को भी दिखाया गया है। यह सिरीज इस घटना को थोड़े विस्तार के साथ और ज्यादा डिटेलिंग के साथ दिखाती है। इसमें पाक समर्थित आतंकी संगठनों और आएसआई की कार्यप्रणाली को भी दिखाया गया है। दरअसलवेब सिरीज में समय थोड़ा ज्यादा मिलता हैइसलिए विषय को विस्तार के साथ दिखाने की आजादी भी रहती है।

इस सिरीज को मेहनत के साथ बनाया गया है। पटकथा पर मेहनत भी की गई हैहालांकि चीजों को विस्तार प्रदान करने के चक्कर में कई बार सिरीज सुस्त भी लगने लगती है। राज आचार्य बतौर निर्देशक प्रभावित करते हैं। सिनमेटोग्राफी भी अच्छी है।

सर्जिकल स्ट्राइक के मुखिया मेजर विदीप सिंह की भूमिका में अमित साध एकदम फिट लगे हैं। बतौर अभिनेता वह अपनी साख हर फिल्मसिरीज के साथ मजबूत  कर रहे हैं। मेजर गौतम की भूमिका में दर्शन कुमार भी शानदार लगे हैं। नीरज काबी बेहतरीन अभिनेता हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शैलेश मालवीय की भूमिका में वह फिर बेजोड़ लगे हैं। एक खोजी पत्रकार की भूमिका में मधुरिमा तुली प्रभावित करती हैं। प्रधानमंत्री की भूमिका में विक्रम गोखले जैसे समर्थ अभिनेता का होना सिरीज को बेहतर बनाता है। जैशे मोहम्मद के मुखिया की भूमिका में अनिल जॉर्ज प्रभावशाली लगे हैं। अनंत महादेवन और आरिफ जकारिया बढ़िया रहे हैं। यह सिरीज पटकथाप्रस्तुतीअभिनयसब लिहाज से अच्छी है।

(हिन्दुस्तान में 8 अगस्त, 2020 को प्रकाशित)


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